महाभारतम् — 7.134.33
Original
Segmented
ततो द्रौणिः कृपः शल्यो हार्दिक्यः च महा-रथः प्रत्युद्ययुः तदा पार्थम् सूतपुत्र-परीप्सया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
द्रौणिः | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शल्यो | शल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हार्दिक्यः | हार्दिक्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथः | रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युद्ययुः | प्रत्युद्या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सूतपुत्र | सूतपुत्र | pos=n,comp=y |
परीप्सया | परीप्सा | pos=n,g=f,c=3,n=s |