महाभारतम् — 7.133.44
Original
Segmented
संजय उवाच एवम् उक्तवान् तु राधेयः प्रहसन् भरत-ऋषभ अब्रवीत् च तदा कर्णो गुरुम् शारद्वतम् कृपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
राधेयः | राधेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रहसन् | प्रहस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
च | च | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुरुम् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शारद्वतम् | शारद्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृपम् | कृप | pos=n,g=m,c=2,n=s |