Original

अब्रुवन्कर्ण युध्यस्व बहु कत्थसि सूतज ।अनुक्त्वा विक्रमेद्यस्तु तद्वै सत्पुरुषव्रतम् ॥ १९ ॥

Segmented

अब्रुवन् कर्ण युध्यस्व बहु कत्थसि सूतज अनुक्त्वा विक्रमेद् यः तु तद् वै सत्-पुरुष-व्रतम्

Analysis

Word Lemma Parse
अब्रुवन् अब्रुवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
कर्ण कर्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
युध्यस्व युध् pos=v,p=2,n=s,l=lot
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s
कत्थसि कत्थ् pos=v,p=2,n=s,l=lat
सूतज सूतज pos=n,g=m,c=8,n=s
अनुक्त्वा अनुक्त्वा pos=i
विक्रमेद् विक्रम् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
यः यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
वै वै pos=i
सत् सत् pos=a,comp=y
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
व्रतम् व्रत pos=n,g=n,c=1,n=s