महाभारतम् — 7.130.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच तस्मिन् प्रविष्टे दुर्धर्षे सृञ्जयान् अमित-ओजस् अमृष्यमाणे संरब्धे का वो ऽभूद् वै मतिः तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रविष्टे | प्रविश् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
दुर्धर्षे | दुर्धर्ष | pos=a,g=m,c=7,n=s |
सृञ्जयान् | सृञ्जय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अमित | अमित | pos=a,comp=y |
ओजस् | ओजस् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अमृष्यमाणे | अमृष्यमाण | pos=a,g=m,c=7,n=s |
संरब्धे | संरभ् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
का | क | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
ऽभूद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
वै | वै | pos=i |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |