महाभारतम् — 7.13.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततः स पाण्डव-अनीके जनयन् तुमुलम् महत् व्यचरत् पाण्डवान् द्रोणो दहन् कक्षम् इव अनलः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
अनीके | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जनयन् | जनय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तुमुलम् | तुमुल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
व्यचरत् | विचर् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दहन् | दह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कक्षम् | कक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अनलः | अनल | pos=n,g=m,c=1,n=s |