Original

दुर्लभो हि जयस्तेषां संग्रामे रिपुसूदन ।याता मृत्युवशं ते वै येषां क्रुद्धोऽसि पाण्डव ॥ २४ ॥

Segmented

दुर्लभो हि जयः तेषाम् संग्रामे रिपु-सूदन याता मृत्यु-वशम् ते वै येषाम् क्रुद्धो ऽसि पाण्डव

Analysis

Word Lemma Parse
दुर्लभो दुर्लभ pos=a,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
जयः जय pos=n,g=m,c=1,n=s
तेषाम् तद् pos=n,g=m,c=6,n=p
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
रिपु रिपु pos=n,comp=y
सूदन सूदन pos=a,g=m,c=8,n=s
याता या pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
मृत्यु मृत्यु pos=n,comp=y
वशम् वश pos=n,g=m,c=2,n=s
ते तद् pos=n,g=m,c=1,n=p
वै वै pos=i
येषाम् यद् pos=n,g=m,c=6,n=p
क्रुद्धो क्रुध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽसि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
पाण्डव पाण्डव pos=n,g=m,c=8,n=s