महाभारतम् — 7.122.37
Original
Segmented
संजय उवाच हन्त ते वर्णयिष्यामि यथा वृत्तम् महा-रणे शुश्रूषस्व स्थिरो भूत्वा दुराचरितम् आत्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हन्त | हन्त | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
वर्णयिष्यामि | वर्णय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यथा | यथा | pos=i |
वृत्तम् | वृत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शुश्रूषस्व | शुश्रूष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्थिरो | स्थिर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
दुराचरितम् | दुराचरित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |