महाभारतम् — 7.121.22
Original
Segmented
संग्रामे युध्यमानस्य वहतो महतीम् धुरम् धरण्याम् मम पुत्रस्य पातयिष्यति यः शिरः तस्य अपि शतधा मूर्धा फलिष्यति न संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संग्रामे | संग्राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
युध्यमानस्य | युध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
वहतो | वह् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
महतीम् | महत् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
धुरम् | धुर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धरण्याम् | धरणी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पातयिष्यति | पातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
शतधा | शतधा | pos=i |
मूर्धा | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
फलिष्यति | फल् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
न | न | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |