महाभारतम् — 7.120.87
Original
Segmented
किरीटमाली महता महा-यशाः शरासनेन अस्य शरान् अनीक-जित् हय-प्रवेक-उत्तम-नाग-धूर्गतान् कुरु-प्रवीरान् इषुभिः न्यपातयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किरीटमाली | किरीटमालिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शरासनेन | शरासन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अनीक | अनीक | pos=n,comp=y |
जित् | जित् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हय | हय | pos=n,comp=y |
प्रवेक | प्रवेक | pos=a,comp=y |
उत्तम | उत्तम | pos=a,comp=y |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
धूर्गतान् | धूर्गत | pos=a,g=m,c=2,n=p |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
प्रवीरान् | प्रवीर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इषुभिः | इषु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न्यपातयत् | निपातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |