Original

संजय उवाच ।भूरिश्रवसि संक्रान्ते परलोकाय भारत ।वासुदेवं महाबाहुरर्जुनः समचूचुदत् ॥ २ ॥

Segmented

संजय उवाच भूरिश्रवसि संक्रान्ते पर-लोकाय भारत वासुदेवम् महा-बाहुः अर्जुनः समचूचुदत्

Analysis

Word Lemma Parse
संजय संजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भूरिश्रवसि भूरिश्रवस् pos=n,g=m,c=7,n=s
संक्रान्ते संक्रम् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
पर पर pos=n,comp=y
लोकाय लोक pos=n,g=m,c=4,n=s
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
वासुदेवम् वासुदेव pos=n,g=m,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहुः बाहु pos=n,g=m,c=1,n=s
अर्जुनः अर्जुन pos=n,g=m,c=1,n=s
समचूचुदत् संचुद् pos=v,p=3,n=s,l=lun