Original

चिराभिलषितं काममद्य प्राप्स्यामि संयुगे ।न हि मे मोक्ष्यसे जीवन्यदि नोत्सृजसे रणम् ॥ ३ ॥

Segmented

चिर-अभिलषितम् कामम् अद्य प्राप्स्यामि संयुगे न हि मे मोक्ष्यसे जीवन् यदि न उत्सृजसे रणम्

Analysis

Word Lemma Parse
चिर चिर pos=a,comp=y
अभिलषितम् अभिलष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
कामम् काम pos=n,g=m,c=2,n=s
अद्य अद्य pos=i
प्राप्स्यामि प्राप् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
संयुगे संयुग pos=n,g=n,c=7,n=s
pos=i
हि हि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मोक्ष्यसे मुच् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
जीवन् जीव् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
यदि यदि pos=i
pos=i
उत्सृजसे उत्सृज् pos=v,p=2,n=s,l=lat
रणम् रण pos=n,g=m,c=2,n=s