Original

तद्बलं भरतश्रेष्ठ सवाजिद्विपमानवम् ।पाकशासनिरायस्तः पार्थः संनिजघान ह ॥ ९४ ॥

Segmented

तद् बलम् भरत-श्रेष्ठ स वाजि-द्विप-मानवम् पाकशासनिः आयस्तः पार्थः संनिजघान ह

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
pos=i
वाजि वाजिन् pos=n,comp=y
द्विप द्विप pos=n,comp=y
मानवम् मानव pos=n,g=n,c=2,n=s
पाकशासनिः पाकशासन pos=n,g=m,c=1,n=s
आयस्तः आयस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
पार्थः पार्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
संनिजघान संनिहन् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i