महाभारतम् — 7.114.37
Original
Segmented
कर्णस्य शर-जाल-ओघैः भीमसेनस्य च उभयोः अग्नि-स्फुलिङ्ग-संस्पर्शैः अञ्जस्-गति आहवे तैः तैः कनक-पुङ्खानाम् द्यौः आसीत् संवृता व्रजैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्णस्य | कर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शर | शर | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
ओघैः | ओघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भीमसेनस्य | भीमसेन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
स्फुलिङ्ग | स्फुलिङ्ग | pos=n,comp=y |
संस्पर्शैः | संस्पर्श | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अञ्जस् | अञ्जस् | pos=n,comp=y |
गति | गति | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
पुङ्खानाम् | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=6,n=p |
द्यौः | दिव् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
संवृता | संवृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
व्रजैः | व्रज | pos=n,g=m,c=3,n=p |