Original

यथा त्वेष क्षयो वृत्तो ममापनयसंभवः ।वीराणां तन्ममाचक्ष्व स्थिरीभूतोऽस्मि संजय ॥ ३ ॥

Segmented

यथा तु एष क्षयो वृत्तो मे अपनय-सम्भवः वीराणाम् तत् मे आचक्ष्व स्थिरीभूतो ऽस्मि संजय

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
तु तु pos=i
एष एतद् pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षयो क्षय pos=n,g=m,c=1,n=s
वृत्तो वृत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अपनय अपनय pos=n,comp=y
सम्भवः सम्भव pos=n,g=m,c=1,n=s
वीराणाम् वीर pos=n,g=m,c=6,n=p
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
आचक्ष्व आचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lan
स्थिरीभूतो स्थिरीभू pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
संजय संजय pos=n,g=m,c=8,n=s