Original

स कथं पाण्डवं युद्धे भ्राजमानमिव श्रिया ।नातरत्संयुगे तात तन्ममाचक्ष्व संजय ॥ ३ ॥

Segmented

स कथम् पाण्डवम् युद्धे भ्राजमानम् इव श्रिया न अतरत् संयुगे तात तत् मे आचक्ष्व संजय

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कथम् कथम् pos=i
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
युद्धे युद्ध pos=n,g=n,c=7,n=s
भ्राजमानम् भ्राज् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
pos=i
अतरत् तृ pos=v,p=3,n=s,l=lan
संयुगे संयुग pos=n,g=n,c=7,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
आचक्ष्व आचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lan
संजय संजय pos=n,g=m,c=8,n=s