महाभारतम् — 7.107.14
Original
Segmented
यत् च अपि तान् प्रव्रजतः कृष्णाजिन-निवासिनः परुषानि उक्तवान् कर्णः सभायाम् संनिधौ तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यत् | pos=i |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रव्रजतः | प्रव्रज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
कृष्णाजिन | कृष्णाजिन | pos=n,comp=y |
निवासिनः | निवासिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
परुषानि | परुष | pos=n,g=n,c=2,n=p |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कर्णः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सभायाम् | सभा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
संनिधौ | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |