महाभारतम् — 7.104.31
Original
Segmented
समन्तात् शङ्ख-निनदम् पाण्डु-सेना अकरोत् तदा शत्रु-सेना-ध्वनिम् श्रुत्वा तावका हि अपि नानदन् गाण्डीवम् प्राक्षिपत् पार्थः कृष्णो अपि अब्जम् अवादयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
निनदम् | निनद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
सेना | सेना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
सेना | सेना | pos=n,comp=y |
ध्वनिम् | ध्वनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तावका | तावक | pos=a,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
नानदन् | नानद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
गाण्डीवम् | गाण्डीव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राक्षिपत् | प्रक्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कृष्णो | कृष्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अब्जम् | अब्ज | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवादयत् | वादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |