महाभारतम् — 7.103.37
Original
Segmented
निवात-कवचाः येन देवैः अपि सु दुर्जयाः निर्जिता रथिना एकेन दिष्ट्या पार्थः स जीवति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निवात | निवात | pos=a,comp=y |
कवचाः | कवच | pos=n,g=m,c=1,n=p |
येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
देवैः | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
सु | सु | pos=i |
दुर्जयाः | दुर्जय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
निर्जिता | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
रथिना | रथिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जीवति | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |