महाभारतम् — 7.103.28
Original
Segmented
वासुदेव-अर्जुनौ श्रुत्वा निनादम् तस्य शुष्मिणः पुनः पुनः प्रणदताम् दिदृक्षन्तौ वृकोदरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वासुदेव | वासुदेव | pos=n,comp=y |
अर्जुनौ | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=d |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
निनादम् | निनाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शुष्मिणः | शुष्मिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
प्रणदताम् | प्रणद् | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
दिदृक्षन्तौ | दिदृक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |