महाभारतम् — 7.103.12
Original
Segmented
यदा तु विशिखैः तीक्ष्णैः द्रोण-चाप-विनिःसृतैः वध्यन्ते समरे वीराः शतशो ऽथ सहस्रशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
तु | तु | pos=i |
विशिखैः | विशिख | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तीक्ष्णैः | तीक्ष्ण | pos=a,g=m,c=3,n=p |
द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
विनिःसृतैः | विनिःसृ | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
वध्यन्ते | वध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वीराः | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शतशो | शतशस् | pos=i |
ऽथ | अथ | pos=i |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |