महाभारतम् — 7.102.7
Original
Segmented
अपश्यन् सात्यकिम् च अपि वृष्णीनाम् प्रवरम् रथम् चिन्तया अभिपरी-अङ्गः धर्मराजो युधिष्ठिरः न अध्यगच्छत् तदा शान्तिम् तौ अपश्यन् नर-ऋषभौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपश्यन् | अपश्यत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सात्यकिम् | सात्यकि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
वृष्णीनाम् | वृष्णि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चिन्तया | चिन्ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अभिपरी | अभिपरी | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गः | अङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्मराजो | धर्मराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अध्यगच्छत् | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
अपश्यन् | अपश्यत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
ऋषभौ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=2,n=d |