महाभारतम् — 7.102.14
Original
Segmented
लोक-अपवाद-भीरु-त्वात् सो ऽहम् पार्थम् वृकोदरम् पदवीम् प्रेषयिष्यामि माधवस्य महात्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
अपवाद | अपवाद | pos=n,comp=y |
भीरु | भीरु | pos=a,comp=y |
त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पदवीम् | पदवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रेषयिष्यामि | प्रेषय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
माधवस्य | माधव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |