Original

दुर्योधनेन सहसा पाण्डवी पृतना रणे ।नलिनी द्विरदेनेव समन्ताद्विप्रलोडिता ॥ २७ ॥

Segmented

दुर्योधनेन सहसा पाण्डवी पृतना रणे नलिनी द्विरदेन इव समन्ताद् विप्रलोडिता

Analysis

Word Lemma Parse
दुर्योधनेन दुर्योधन pos=n,g=m,c=3,n=s
सहसा सहस् pos=n,g=n,c=3,n=s
पाण्डवी पाण्डव pos=a,g=f,c=1,n=s
पृतना पृतना pos=n,g=f,c=1,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
नलिनी नलिनी pos=n,g=f,c=1,n=s
द्विरदेन द्विरद pos=n,g=m,c=3,n=s
इव इव pos=i
समन्ताद् समन्तात् pos=i
विप्रलोडिता विप्रलोडय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part