महाभारतम् — 7.10.34
Original
Segmented
यदि स्म कुरवः सर्वे जयेयुः सर्व-पाण्डवान् वार्ष्णेयो ऽर्थाय तेषाम् वै गृह्णीयात् शस्त्रम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदि | यदि | pos=i |
स्म | स्म | pos=i |
कुरवः | कुरु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जयेयुः | जि | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वार्ष्णेयो | वार्ष्णेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वै | वै | pos=i |
गृह्णीयात् | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शस्त्रम् | शस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |