महाभारतम् — 7.10.33
Original
Segmented
स यदा तात संनह्येत् पाण्डव-अर्थाय केशवः न तदा प्रत्यनीकेषु भविता तस्य कश्चन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
संनह्येत् | संनह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,comp=y |
अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
केशवः | केशव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
प्रत्यनीकेषु | प्रत्यनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
भविता | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कश्चन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=s |