Original

यच्च भक्त्या प्रपन्नोऽहमद्राक्षं कृष्णमीश्वरम् ।तन्मे सुविदितं सर्वं प्रत्यक्षमिव चागमत् ॥ २५ ॥

Segmented

यत् च भक्त्या प्रपन्नो ऽहम् अद्राक्षम् कृष्णम् ईश्वरम् तत् मे सु विदितम् सर्वम् प्रत्यक्षम् इव च आगमत्

Analysis

Word Lemma Parse
यत् यत् pos=i
pos=i
भक्त्या भक्ति pos=n,g=f,c=3,n=s
प्रपन्नो प्रपद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अद्राक्षम् दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lun
कृष्णम् कृष्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
ईश्वरम् ईश्वर pos=n,g=m,c=2,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सु सु pos=i
विदितम् विद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रत्यक्षम् प्रत्यक्ष pos=a,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
pos=i
आगमत् आगम् pos=v,p=3,n=s,l=lun