महाभारतम् — 6.98.4
Original
Segmented
संजय उवाच न द्रोणः समरे पार्थम् जानीते प्रियम् आत्मनः क्षत्र-धर्मम् पुरस्कृत्य पार्थो वा गुरुम् आहवे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
द्रोणः | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जानीते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
क्षत्र | क्षत्र | pos=n,comp=y |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरस्कृत्य | पुरस्कृ | pos=vi |
पार्थो | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
गुरुम् | गुरु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |