महाभारतम् — 6.95.1
Original
Segmented
संजय उवाच प्रभातायाम् तु शर्वर्याम् प्रातः उत्थाय वै नृपः राज्ञः समाज्ञापयत सेनाम् योजयत इति ह अद्य भीष्मो रणे क्रुद्धो निहनिष्यति सोमकान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रभातायाम् | प्रभा | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
शर्वर्याम् | शर्वरी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
प्रातः | प्रातर् | pos=i |
उत्थाय | उत्था | pos=vi |
वै | वै | pos=i |
नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज्ञः | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समाज्ञापयत | समाज्ञापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सेनाम् | सेना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
योजयत | योजय् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
इति | इति | pos=i |
ह | ह | pos=i |
अद्य | अद्य | pos=i |
भीष्मो | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निहनिष्यति | निहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
सोमकान् | सोमक | pos=n,g=m,c=2,n=p |