महाभारतम् — 6.94.4
Original
Segmented
किम् नु दुर्योधनैः एवम् माम् वाच्-शल्यैः उपविध्यसि घटमानम् यथाशक्ति कुर्वाणम् च तव प्रियम् जुह्वानम् समरे प्राणान् ते एव हित-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | किम् | pos=i |
नु | नु | pos=i |
दुर्योधनैः | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
शल्यैः | शल्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपविध्यसि | उपव्यध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
घटमानम् | घट् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
यथाशक्ति | यथाशक्ति | pos=i |
कुर्वाणम् | कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
जुह्वानम् | हु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
हित | हित | pos=n,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |