Original

को हि शक्तो रणे जेतुं पाण्डवं रभसं रणे ।त्वं तु मोहान्न जानीषे वाच्यावाच्यं सुयोधन ॥ ११ ॥

Segmented

को हि शक्तो रणे जेतुम् पाण्डवम् रभसम् रणे त्वम् तु मोहात् न जानीषे वचनीय-अवाच्यम् सुयोधन

Analysis

Word Lemma Parse
को pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
शक्तो शक् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
जेतुम् जि pos=vi
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
रभसम् रभस pos=a,g=m,c=2,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
तु तु pos=i
मोहात् मोह pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
जानीषे ज्ञा pos=v,p=2,n=s,l=lat
वचनीय वच् pos=va,comp=y,f=krtya
अवाच्यम् अवाच्य pos=a,g=n,c=2,n=s
सुयोधन सुयोधन pos=n,g=m,c=8,n=s