महाभारतम् — 6.92.5
Original
Segmented
अर्थ-हेतोः नर-श्रेष्ठ क्रियते कर्म कुत्सितम् धिग् अर्थान् यत् कृते हि एवम् क्रियते ज्ञाति-संक्षयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
क्रियते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कुत्सितम् | कुत्सय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
धिग् | धिक् | pos=i |
अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यत् | यत् | pos=i |
कृते | कृते | pos=i |
हि | हि | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
क्रियते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
संक्षयः | संक्षय | pos=n,g=m,c=1,n=s |