Original

निपपात द्विधा छिन्नं शूलं हेमपरिष्कृतम् ।महाशनिर्यथा भ्रष्टा शक्रमुक्ता नभोगता ॥ ५९ ॥

Segmented

निपपात द्विधा छिन्नम् शूलम् हेम-परिष्कृतम् महा-अशनिः यथा भ्रष्टा शक्र-मुक्ता नभः-गता

Analysis

Word Lemma Parse
निपपात निपत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
द्विधा द्विधा pos=i
छिन्नम् छिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
शूलम् शूल pos=n,g=n,c=1,n=s
हेम हेमन् pos=n,comp=y
परिष्कृतम् परिष्कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
महा महत् pos=a,comp=y
अशनिः अशनि pos=n,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
भ्रष्टा भ्रंश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
शक्र शक्र pos=n,comp=y
मुक्ता मुच् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
नभः नभस् pos=n,comp=y
गता गम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part