महाभारतम् — 6.89.1
Original
Segmented
संजय उवाच विमुखीकृत्य तान् सर्वान् तावकान् युधि राक्षसः जिघांसुः भरत-श्रेष्ठ दुर्योधनम् उपाद्रवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विमुखीकृत्य | विमुखीकृ | pos=vi |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तावकान् | तावक | pos=a,g=m,c=2,n=p |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
राक्षसः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जिघांसुः | जिघांसु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
दुर्योधनम् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाद्रवत् | उपद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |