महाभारतम् — 6.84.1
Original
Segmented
संजय उवाच भीष्मम् तु समरे क्रुद्धम् प्रतपन्तम् समन्ततः न शेकुः पाण्डवा द्रष्टुम् तपन्तम् इव भास्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्रुद्धम् | क्रुध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
प्रतपन्तम् | प्रतप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
न | न | pos=i |
शेकुः | शक् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
पाण्डवा | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
तपन्तम् | तप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
भास्करम् | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=s |