महाभारतम् — 6.81.23
Original
Segmented
आज्ञायमाने ऽपि धनंजयेन महा-आहवे सम्प्रसक्ते नृ-वीर कथम् हि भीष्मात् प्रथितः पृथिव्याम् भयम् त्वम् अद्य प्रकरोषि वीर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आज्ञायमाने | आज्ञा | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽपि | अपि | pos=i |
धनंजयेन | धनंजय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सम्प्रसक्ते | सम्प्रसञ्ज् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
नृ | नृ | pos=n,comp=y |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
भीष्मात् | भीष्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रथितः | प्रथ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
प्रकरोषि | प्रकृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |