महाभारतम् — 6.79.28
Original
Segmented
तेन विद्रावय् ते पाण्डवाः सर्वतोदिशम् त्रातारम् न अभ्यविन्दन्त स्वेषु अनीकेषु भारत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विद्रावय् | विद्रावय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वतोदिशम् | सर्वतोदिशम् | pos=i |
त्रातारम् | त्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अभ्यविन्दन्त | अभिविद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
स्वेषु | स्व | pos=a,g=n,c=7,n=p |
अनीकेषु | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |