महाभारतम् — 6.75.9
Original
Segmented
एवम् उक्त्वा धनुः घोरम् विकृष्य उद्भ्राम्य च असकृत् समादाय शरान् घोरान् महा-अशनि-सम-प्रभा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विकृष्य | विकृष् | pos=vi |
उद्भ्राम्य | उद्भ्रम् | pos=vi |
च | च | pos=i |
असकृत् | असकृत् | pos=i |
समादाय | समादा | pos=vi |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
घोरान् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अशनि | अशनि | pos=n,comp=y |
सम | सम | pos=n,comp=y |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=m,c=2,n=p |