Original

अथान्येन सुतीक्ष्णेन सर्वावरणभेदिना ।शतानीको जयत्सेनं विव्याध हृदये भृशम् ॥ ४२ ॥

Segmented

अथ अन्येन सु तीक्ष्णेन सर्व-आवरण-भेदिना शतानीको जयत्सेनम् विव्याध हृदये भृशम्

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
अन्येन अन्य pos=n,g=m,c=3,n=s
सु सु pos=i
तीक्ष्णेन तीक्ष्ण pos=a,g=m,c=3,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
आवरण आवरण pos=n,comp=y
भेदिना भेदिन् pos=a,g=m,c=3,n=s
शतानीको शतानीक pos=n,g=m,c=1,n=s
जयत्सेनम् जयत्सेन pos=n,g=m,c=2,n=s
विव्याध व्यध् pos=v,p=3,n=s,l=lit
हृदये हृदय pos=n,g=n,c=7,n=s
भृशम् भृशम् pos=i