Original

न संधारयितुं शक्ता तव सेना जनाधिप ।मदमूर्छान्वितात्मानं प्रमदेवाध्वनि स्थिता ॥ ५७ ॥

Segmented

न संधारयितुम् शक्ता तव सेना जनाधिप मद-मूर्च्छा-अन्विता आत्मानम् प्रमदा इव अध्वनि स्थिता

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
संधारयितुम् संधारय् pos=vi
शक्ता शक् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
सेना सेना pos=n,g=f,c=1,n=s
जनाधिप जनाधिप pos=n,g=m,c=8,n=s
मद मद pos=n,comp=y
मूर्च्छा मूर्छा pos=n,comp=y
अन्विता अन्वित pos=a,g=f,c=1,n=s
आत्मानम् आत्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रमदा प्रमदा pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
अध्वनि अध्वन् pos=n,g=m,c=7,n=s
स्थिता स्था pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part