महाभारतम् — 6.69.1
Original
Segmented
संजय उवाच विराटो ऽथ त्रिभिः बाणैः भीष्मम् आर्छत् महा-रथम् विव्याध तुरगान् च अस्य त्रिभिः बाणैः महा-रथः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विराटो | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽथ | अथ | pos=i |
त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भीष्मम् | भीष्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आर्छत् | ऋछ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तुरगान् | तुरग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
रथः | रथ | pos=n,g=m,c=1,n=s |