महाभारतम् — 6.61.58
Original
Segmented
त्वद्-भक्ति-निरताः देव नियमैः त्वा समाहिताः अर्चयामः सदा विष्णो परमेशम् महेश्वरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
भक्ति | भक्ति | pos=n,comp=y |
निरताः | निरम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नियमैः | नियम | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
समाहिताः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अर्चयामः | अर्चय् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
सदा | सदा | pos=i |
विष्णो | विष्णु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
परमेशम् | परमेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महेश्वरम् | महेश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |