महाभारतम् — 6.61.23
Original
Segmented
शृणु भूयो यथातत्त्वम् यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि कारणम् भरत-श्रेष्ठ पाण्डवानाम् जयम् प्रति तत् ते ऽहम् कथयिष्यामि यथाश्रुतम् अरिंदम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भूयो | भूयस् | pos=i |
यथातत्त्वम् | यथातत्त्वम् | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
जयम् | जय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कथयिष्यामि | कथय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यथाश्रुतम् | यथाश्रुत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अरिंदम | अरिंदम | pos=a,g=m,c=8,n=s |