महाभारतम् — 6.61.14
Original
Segmented
संजय उवाच शृणु राजन्न् अवहितः श्रुत्वा च एव अवधारय न एव मन्त्र-कृतम् किंचिन् न एव मायाम् तथाविधाम् न वै विभीषिकाम् कांचिद् राजन् कुर्वन्ति पाण्डवाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अवहितः | अवहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अवधारय | अवधारय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
किंचिन् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मायाम् | माया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तथाविधाम् | तथाविध | pos=a,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
वै | वै | pos=i |
विभीषिकाम् | विभीषिका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कांचिद् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |