महाभारतम् — 6.6.8
Original
Segmented
अन्योन्यम् न अभिवर्तन्ते साम्यम् भवति वै यदा यदा तु विषमीभावम् आविशन्ति परस्परम् तदा देहैः देहवन्तो व्यतिरोहन्ति न अन्यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अभिवर्तन्ते | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
साम्यम् | साम्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वै | वै | pos=i |
यदा | यदा | pos=i |
यदा | यदा | pos=i |
तु | तु | pos=i |
विषमीभावम् | विषमीभाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आविशन्ति | आविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
देहैः | देह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
देहवन्तो | देहवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
व्यतिरोहन्ति | व्यतिरुह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
अन्यथा | अन्यथा | pos=i |