Original

भीमसेनस्तु संक्रुद्धो दुर्योधनममर्षणम् ।हृद्यविध्यत्पृषत्केन प्रहसन्निव पाण्डवः ॥ १५ ॥

Segmented

भीमसेनः तु संक्रुद्धो दुर्योधनम् अमर्षणम् हृदि अविध्यत् पृषत्केन प्रहसन्न् इव पाण्डवः

Analysis

Word Lemma Parse
भीमसेनः भीमसेन pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
संक्रुद्धो संक्रुध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
दुर्योधनम् दुर्योधन pos=n,g=m,c=2,n=s
अमर्षणम् अमर्षण pos=a,g=m,c=2,n=s
हृदि हृद् pos=n,g=n,c=7,n=s
अविध्यत् व्यध् pos=v,p=3,n=s,l=lan
पृषत्केन पृषत्क pos=n,g=m,c=3,n=s
प्रहसन्न् प्रहस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
पाण्डवः पाण्डव pos=n,g=m,c=1,n=s