महाभारतम् — 6.54.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततस् ते पार्थिवाः क्रुद्धाः फल्गुनम् वीक्ष्य संयुगे रथैः अनेक-साहस्रैः समन्तात् पर्यवारयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततस् | ततस् | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पार्थिवाः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्रुद्धाः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
फल्गुनम् | फल्गुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वीक्ष्य | वीक्ष् | pos=vi |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रथैः | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
साहस्रैः | साहस्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
पर्यवारयन् | परिवारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |