Original

संजय उवाच ।प्रभातायां तु शर्वर्यां भीष्मः शांतनवस्ततः ।अनीकान्यनुसंयाने व्यादिदेशाथ भारत ॥ १ ॥

Segmented

संजय उवाच प्रभातायाम् तु शर्वर्याम् भीष्मः शांतनवः ततस् अनीकानि अनुसंयाने व्यादिदेश अथ भारत

Analysis

Word Lemma Parse
संजय संजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
प्रभातायाम् प्रभा pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
तु तु pos=i
शर्वर्याम् शर्वरी pos=n,g=f,c=7,n=s
भीष्मः भीष्म pos=n,g=m,c=1,n=s
शांतनवः शांतनव pos=n,g=m,c=1,n=s
ततस् ततस् pos=i
अनीकानि अनीक pos=n,g=n,c=2,n=p
अनुसंयाने अनुसंयान pos=n,g=n,c=7,n=s
व्यादिदेश व्यादिश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अथ अथ pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s