महाभारतम् — 6.5.9
Original
Segmented
संजय उवाच यथाप्रज्ञम् महा-प्राज्ञैः भौमान् वक्ष्यामि ते गुणान् शास्त्र-चक्षुः अवेक्षस्व नमः ते भरत-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथाप्रज्ञम् | यथाप्रज्ञम् | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
भौमान् | भौम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
चक्षुः | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवेक्षस्व | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |