Original

य एतां वेद गायत्रीं पुण्यां सर्वगुणान्विताम् ।तत्त्वेन भरतश्रेष्ठ स लोकान्न प्रणश्यति ॥ १९ ॥

Segmented

य एताम् वेद गायत्रीम् पुण्याम् सर्व-गुण-अन्विताम् तत्त्वेन भरत-श्रेष्ठ स लोकान् न प्रणश्यति

Analysis

Word Lemma Parse
यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
एताम् एतद् pos=n,g=f,c=2,n=s
वेद विद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
गायत्रीम् गायत्री pos=n,g=f,c=2,n=s
पुण्याम् पुण्य pos=a,g=f,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
गुण गुण pos=n,comp=y
अन्विताम् अन्वित pos=a,g=f,c=2,n=s
तत्त्वेन तत्त्व pos=n,g=n,c=3,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
लोकान् लोक pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
प्रणश्यति प्रणश् pos=v,p=3,n=s,l=lat