महाभारतम् — 6.48.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच एवम् व्यूढेषु अनीकेषु मामकेषु इतरेषु च कथम् प्रहरताम् श्रेष्ठाः संप्रहारम् प्रचक्रिरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
व्यूढेषु | व्यूह् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
अनीकेषु | अनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
मामकेषु | मामक | pos=a,g=n,c=7,n=p |
इतरेषु | इतर | pos=n,g=n,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
कथम् | कथम् | pos=i |
प्रहरताम् | प्रहृ | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
श्रेष्ठाः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
संप्रहारम् | सम्प्रहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रचक्रिरे | प्रकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |